अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय, बिलासपुर छत्तीसगढ़ के कुलपति एवं विख्यात अर्थशास्त्री प्रो. एडीएन वाजपेयी ने कहा कि वर्तमान में भारत की अर्थव्यवस्था का जो आधुनिक स्वरूप देखने को मिल रहा है उसका श्रेय भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को जाता है। उन्होंने 1991 के बजट में इसकी विधिवत रूप से शुरूआत की थी। डॉ. मनमोहन सिंह इंडियन इकोनोमिक एसोसिएशन के सदस्य भी रहे है। देश के विकास में डॉ. मनमोहन सिंह के विकास के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। आज उनके दिखाए हुए विकासशील भारत के स्वरूप को अपनाकर उनको सच्ची श्रद्धांजलि दी जा सकती है। इस मौके पर उपाध्यक्ष उत्तर क्षेत्र डॉ. जोथी मुरूगन ने अपने विशेष संबोधन में कहा कि इंडियन इकोनोमिक एसोसिएशन का इतिहास सैंकड़ों वर्ष पुराना है। देश के विख्यात अर्थशास्त्री इसका हिस्सा रहे हैं। पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह, नोबल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन शास्त्री भी इस एसोसिएशन से जुड़े रहे हैं। तीन दिन चलने वाले इस वार्षिक सम्मेलन में विविध सत्रों के माध्यम भारत की अर्थव्यवस्था पर आधारित अर्थशास्त्री वैचारिक मंथन करेंगे। इसके साथ ही इस वार्षिक सम्मेलन की एक वार्षिक रिपोर्ट तैयार कर आत्मनिर्भर भारत का अर्थशास्त्रीय स्वरूप भी प्रस्तुत किया जाएगा।