कुरुक्षेत्र (एकजोत): ब्राइट फ्यूचर इंटरनैशनल अकाल अकादमी की निदेशक सुखजीत कौर ने कहा कि दशमेश पिता जी के साहिबजादों और माता गुजर कौर की शहादत की महान गाथा का एक ऐसा प्रेरणादायक प्रतिबिंब है, जिसने सभी को उनके बलिदान और सिख सिद्धांतों के प्रति निष्ठा का अनुसरण करने के लिए प्रेरित किया। वे खान अहमदपुर स्थित ब्राइट फ्यूचर अकाल अकादमी में साहिबजादों और माता गुजरी जी की शहादत को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित विशेष कार्यक्रम में विद्यार्थियों को गौरवमयी सिख इतिहास से जोड़ रही थी। इस दौरान विद्यार्थियों ने साहिबजादों की अद्वितीय कुर्बानियों और बहादुरी को याद कर उन्हें हृदय से नमन किया। कार्यक्रम के दौरान छात्रों ने विभिन्न गतिविधियों में उत्साह पूर्वक भाग लिया। इनमें साहिबजादों पर आधारित कविताएं प्रस्तुत करना, पगड़ी और दुमाला सजाने की प्रतियोगिता तथा शुद्ध गुरबाणी उच्चारण प्रतियोगिता शामिल थी। अकादमी के प्रिंसीपल बरिंद्र सिंह ने बताया कि यमुनानगर में गुरु गोबिंद सिंह स्टडी सर्कल द्वारा आयोजित कार्यक्रम में अकादमी के 25 छात्रों ने भाग लिया। वहीं, गुरुद्वारा दोसड़का में आयोजित गुरमति प्रतियोगिता में 15 विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। अकादमी प्रधानाचार्य ने बताया कि यह सप्ताह साहिबजादों और माता गुजर कौर की शहादत की याद में मनाया जाता है। अकादमी के प्रबंध निदेशक प्रितपाल सिंह ने विभिन्न गतिविधियों में भाग लेने वाले सभी विद्यार्थियों का उत्साह वर्धन करते हुए कहा कि ऐसी गतिविधियां बच्चों में अपने इतिहास और संस्कृति के प्रति जागरूकता बढ़ाने में मददगार साबित होती हैं।