राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने मंगलवार को कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उनके बड़े भाई की तरह हैं और वह उनका बहुत सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें परिवार से ऐसे कुछ संस्कार मिले हैं, जिसके चलते वे कभी भी किसी के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल नहीं करते। बता दें कि राजस्थान सरकार पर मंडराने वाला संकट अब समाप्त हो गया है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा से मुलाकात के बाद सचिन पायलट के सुर नरम पड़ गए हैं। समाचार एजेंसी ANI के अनुसार पायलट ने यह भी कहा कि मैं किसी पद की इच्छा नहीं रखता, ये चीजें आती-जाती हैं। हमें जनता के विश्वास को मजबूत करने की दिशा में काम करने की जरूरत है। पिछले महीनेभर से बगावती तेवर अपनाने वाले पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट अब बगावत छोड़ कांग्रेस की राह चलने को तैयार हैं।
“मैंने परिवार से संस्कार हासिल किए हैं”
ANI के मुताबिक, अशोक गहलोत के निकम्मा वाले कमेंट पर सचिन पायलट ने कहा, “मैंने अपने परिवार से कुछ संस्कार हासिल किए हैं। कितना भी मैं किसी का विरोध करुं किसी भी दल का नेता हो मेरा कट्टर दुश्मन भी हो। मैंने कभी ऐसी भाषा का प्रयोग नहीं किया। अशोक गहलोत जी उम्र में मुझसे काफी बड़े हैं और व्यक्तिगत रूप से मैंने उनका सम्मान ही किया है।”
अशोक गहलोत ने पायलट को बताया था “निकम्मा”
बता दें कि अशोक गहलोत ने पिछले दिनों मीडिया के सामने पायलट को “निकम्मा और नकारा” बताया था और उनपर आरोप लगाया था कि वो भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ मिलकर उनकी सरकार गिराने की कोशिश कर रहे हैं। इस बयान पर पायलट ने कहा कि अशोक गहलोत जी मेरे बड़े हैं और मैं निजी रूप से उनका सम्मान करता हूं, मैं अपने मन में किसी प्रकार की दुर्भावना नहीं रखता हूं।